ऐ जुनूँ तू ही छुड़ाए तो छुटूँ इस क़ैद से By Sher << आज हम अपनी परेशानी-ए-ख़ात... तुम्हें हमारी मोहब्बतों क... >> ऐ जुनूँ तू ही छुड़ाए तो छुटूँ इस क़ैद से तौक़-ए-गर्दन बन गई है मेरी दानाई मुझे Share on: