ऐ मिरे चारागर तिरे बस में नहीं मोआमला By Sher << ज़वाल-ए-अहद तो शायद मुझे ... आलम इस कार-ए-सन'अ का ... >> ऐ मिरे चारागर तिरे बस में नहीं मोआमला सूरत-ए-हाल के लिए वाक़िफ़-ए-हाल चाहिए Share on: