ऐ परी हुस्न तिरा रौनक़-ए-हिंदुस्ताँ है By Sher << आज वाँ तेग़ ओ कफ़न बाँधे ... उम्र भर रहना है ताबीर से ... >> ऐ परी हुस्न तिरा रौनक़-ए-हिंदुस्ताँ है हुस्न-ए-यूसुफ़ है फ़क़त मिस्र के बाज़ार का रूप Share on: