ऐ शैख़ आदमी के भी दर्जे हैं मुख़्तलिफ़ By Sher << हम सर-ए-राह-ए-वफ़ा उस को ... कैसे गुलफ़ाम कहूँ, कैसे सि... >> ऐ शैख़ आदमी के भी दर्जे हैं मुख़्तलिफ़ इंसान हैं ज़रूर मगर वाजिबी से आप Share on: