एक आँसू याद का टपका तो दरिया बन गया By Sher << दश्त-ए-जुनूँ से आ गए शहर-... आप शर्मा के न फ़रमाएँ हमे... >> एक आँसू याद का टपका तो दरिया बन गया ज़िंदगी भर मुझ में एक तूफ़ान सा पलता रहा Share on: