इक अश्क क़हक़हों से गुज़रता चला गया By चीख़, ख़ामोशी, Sher << जब साथ थे तो मिल के भी मि... 'अमीर' इमाम बताओ ... >> इक अश्क क़हक़हों से गुज़रता चला गया इक चीख़ ख़ामुशी में उतरती चली गई Share on: