इक चुभन है कि जो बेचैन किए रहती है By Sher << हज़ार चुप सही पर उस का बो... ख़्वाब ठहरे थे तो आँखें भ... >> इक चुभन है कि जो बेचैन किए रहती है ऐसा लगता है कि कुछ टूट गया है मुझ में Share on: