इक दिन तो लिपट जाए तसव्वुर ही से तेरे By Sher << जो तिरे इश्क़ में तबाह हु... यहाँ एक बच्चे के ख़ून से ... >> इक दिन तो लिपट जाए तसव्वुर ही से तेरे ये भी दिल-ए-नामर्द को जुरअत नहीं मिलती Share on: