एक पत्थर है कि बस सुर्ख़ हुआ जाता है By Sher << पत्थर के जिस्म में तुझे इ... बस एक रात से कैसे थकन उतर... >> एक पत्थर है कि बस सुर्ख़ हुआ जाता है कोई पहरों से खड़ा है किसी दीवार के पास Share on: