एक तरफ़ कुछ होंट मोहब्बत की रौशन आयात पढ़ें By Sher << आमादा रखें चश्म-ओ-दिल साम... अगर हों गोया तो फिर बे-तक... >> एक तरफ़ कुछ होंट मोहब्बत की रौशन आयात पढ़ें इक सफ़ में हथियार सजाए सारे जंग-परस्त रहें Share on: