मौजों की सियासत से मायूस न हो 'फ़ानी' By Sher << हम बंद किए आँख तसव्वुर मे... मोहब्बत मर गई 'मुश्ता... >> मौजों की सियासत से मायूस न हो 'फ़ानी' गिर्दाब की हर तह में साहिल नज़र आता है Share on: