रोने के भी आदाब हुआ करते हैं 'फ़ानी' By Sher << कह के मैं दिल की कहानी कि... तू अगर पास नहीं है कहीं म... >> रोने के भी आदाब हुआ करते हैं 'फ़ानी' ये उस की गली है तेरा ग़म-ख़ाना नहीं है Share on: