'फ़रहत' तिरे नग़मों की वो शोहरत है जहाँ में By Sher << हस्ती का राज़ क्या है ग़म... दुनिया ने ख़ूब समझा दुनिय... >> 'फ़रहत' तिरे नग़मों की वो शोहरत है जहाँ में वल्लाह तिरा रंग-ए-सुख़न याद रहेगा Share on: