फ़र्श ता अर्श कोई नाम-ओ-निशाँ मिल न सका By Sher << बिजली चमकी तो अब्र रोया झूट होंटों पे बिला-ख़ौफ़-... >> फ़र्श ता अर्श कोई नाम-ओ-निशाँ मिल न सका मैं जिसे ढूँढ रहा था मिरे अंदर निकला Share on: