फिर यूँ हुआ कि मुझ से वो यूँही बिछड़ गया By Sher << पुस्तकों में प्रानों में ... फिर मुझे मिल नदी किनारे क... >> फिर यूँ हुआ कि मुझ से वो यूँही बिछड़ गया फिर यूँ हुआ कि ज़ीस्त के दिन यूँही कट गए Share on: