फिरते हुए किसी की नज़र देखते रहे By Sher << हक़ीक़त को तमाशे से जुदा ... कहानियों ने मिरी आदतें बि... >> फिरते हुए किसी की नज़र देखते रहे दिल ख़ून हो रहा था मगर देखते रहे Share on: