फुलाँ से थी ग़ज़ल बेहतर फुलाँ की By Sher << घर की तामीर तसव्वुर ही मे... बना कर फ़क़ीरों का हम भेस... >> फुलाँ से थी ग़ज़ल बेहतर फुलाँ की फुलाँ के ज़ख़्म अच्छे थे फुलाँ से Share on: