फूल रोते हैं ख़ार हँसते हैं By Sher << कुछ समझ कर उस मह-ए-ख़ूबी ... बिखरने से बहुत पहले जिसे ... >> फूल रोते हैं ख़ार हँसते हैं देख! गुलशन का ये नज़ारा भी Share on: