गली से तिरी दिल को ले तो चला हूँ By दिल, Sher << ग़ाफ़िल ख़ुदा की याद पे म... एक ईमान है बिसात अपनी >> गली से तिरी दिल को ले तो चला हूँ मैं पहुँचूँगा जब तक ये आता रहेगा Share on: