ग़म है न अब ख़ुशी है न उम्मीद है न यास By Sher << ज़िंदगी जिस ने तल्ख़ की म... जज़्बों पर जब बर्फ़ जमे त... >> ग़म है न अब ख़ुशी है न उम्मीद है न यास सब से नजात पाए ज़माने गुज़र गए Share on: