ग़म है तो कोई लुत्फ़ नहीं बिस्तर-ए-गुल पर By Sher << मोहब्बत तो किसी से कर न प... किस काम का ऐसा दिल जिस मे... >> ग़म है तो कोई लुत्फ़ नहीं बिस्तर-ए-गुल पर जी ख़ुश है तो काँटों पे भी आराम बहुत है Share on: