गर्मियों भर मिरे कमरे में पड़ा रहता है By Sher << सभी को अपना समझता हूँ क्य... दो ही चीज़ें इस धरती में ... >> गर्मियों भर मिरे कमरे में पड़ा रहता है देख कर रुख़ मुझे सूरज का ये घर लेना था Share on: