'ग़मगीं' जो एक आन पे तेरे अदा हुआ By Sher << अंदाज़-ए-बयाँ गरचे बहुत श... रंगों की बारिशों से धुँदल... >> 'ग़मगीं' जो एक आन पे तेरे अदा हुआ क्या ख़ुश अदा उसे तिरी ऐ ख़ुश-अदा लगी Share on: