घर में ख़ुद को क़ैद तो मैं ने आज किया है By Sher << कहानी मेरी रूदाद-ए-जहाँ म... क़ुरआन का मफ़्हूम उन्हें ... >> घर में ख़ुद को क़ैद तो मैं ने आज किया है तब भी तन्हा था जब महफ़िल महफ़िल था मैं Share on: