घर से निकलो तो दुआ माँग के निकलो वर्ना By Sher << फ़न जो मेआ'र तक नहीं ... आसमाँ एक सुलगता हुआ सहरा ... >> घर से निकलो तो दुआ माँग के निकलो वर्ना लौट आने का नहीं अपने भरोसा कोई Share on: