घर-बार छोड़ कर वो फ़क़ीरों से जा मिले By Sher << जिस बात का मतलब ख़ुश्बू ह... ग़ैर तो आँसू पोछेंगे >> घर-बार छोड़ कर वो फ़क़ीरों से जा मिले चाहत ने बादशाहों को महकूम कर दिया Share on: