गिरती हुई दीवार का साया था तिरा साथ By Sher << इन से ज़िंदा है ये एहसास ... बनाना पड़ता है अपने बदन क... >> गिरती हुई दीवार का साया था तिरा साथ फिर भी तिरी बाहोँ से जुदा थे तो हमीं थे Share on: