गो दिल में ख़फ़ा है तू पर इस बात को नादाँ By Sher << आँखें हैं मगर ख़्वाब से म... सारे दरिया फूट पड़ेंगे इक... >> गो दिल में ख़फ़ा है तू पर इस बात को नादाँ कह बैठियो मत आशिक़-ए-दिल-गीर के मुँह पर Share on: