हाँ तुझे भी तो मयस्सर नहीं तुझ सा कोई By Sher << दिलों से ख़ौफ़ निकलता नही... अजब तज़ाद में काटा है ज़ि... >> हाँ तुझे भी तो मयस्सर नहीं तुझ सा कोई है तिरा अर्श भी वीराँ मिरे पहलू की तरह Share on: