है चश्म नीम-बाज़ अजब ख़्वाब-ए-नाज़ है By Sher << है साया चाँदनी और चाँद मु... हाल पूछो न मिरे रोने का ब... >> है चश्म नीम-बाज़ अजब ख़्वाब-ए-नाज़ है फ़ित्ना तो सो रहा है दर-ए-फ़ित्ना बाज़ है Share on: