है क्या सबब कि यार न आया ख़बर के तईं By Sher << सदा-ए-क़ुलक़ुल-ए-मीना मुझ... 'क़मर' किसी से भी... >> है क्या सबब कि यार न आया ख़बर के तईं शायद किसी ने हाल हमारा कहा नहीं Share on: