है तलाश-ए-दो-जहाँ लेकिन ख़बर अपनी किसे By Sher << आँखों में उड़ रही है लुटी... असीरी में बहार आई है फ़रि... >> है तलाश-ए-दो-जहाँ लेकिन ख़बर अपनी किसे जीते-जी तक जुस्तुजू सब कुछ है और फिर कुछ नहीं Share on: