हज़ारों इस में रहने के लिए आए By Sher << 'महताब' हक़ीक़त स... मिरी तलब में तकल्लुफ़ भी ... >> हज़ारों इस में रहने के लिए आए मकाँ मैं ने तसव्वुर में बनाया था Share on: