हज़ारों साल सफ़र कर के फिर वहीं पहुँचे By Sher << जो सुनना चाहो तो बोल उट्ठ... हर एक लम्हा किया क़र्ज़ ज... >> हज़ारों साल सफ़र कर के फिर वहीं पहुँचे बहुत ज़माना हुआ था हमें ज़मीं से चले Share on: