हालत-ए-हाल से बेगाना बना रक्खा है By व्हाट्सऐप, Sher << बहुत अज़ीज़ थी ये ज़िंदगी... घर की वीरानियाँ ले जाए चु... >> हालत-ए-हाल से बेगाना बना रक्खा है ख़ुद को माज़ी का निहाँ-ख़ाना बना रक्खा है Share on: