हम अपने ज़ाहिर ओ बातिन का अंदाज़ा लगा लें By Sher << जब कभी देखा है ऐ 'ज़ै... मेरे सुख़न की दाद भी उस क... >> हम अपने ज़ाहिर ओ बातिन का अंदाज़ा लगा लें फिर उस के सामने जाने की तय्यारी करेंगे Share on: