हम अपने हाल-ए-परेशाँ पे बारहा रोए By Sher << तू नहीं तो तिरा ख़याल सही शाम उतरी है फिर अहाते में >> हम अपने हाल-ए-परेशाँ पे बारहा रोए और उस के ब'अद हँसी हम को बारहा आई Share on: