हम दिवानों को बस है पोशिश से By Sher << इलाही वाक़ई इतना ही बद है... होना था ज़िंदगी ही में मु... >> हम दिवानों को बस है पोशिश से दामन-ए-दश्त ओ चादर-ए-महताब Share on: