हम को अग़्यार का गिला क्या है By Sher << ज़िंदगी इक इम्तिहाँ है इम... क्या तुझ को लिखूँ ख़त हरक... >> हम को अग़्यार का गिला क्या है ज़ख़्म खाएँ हैं हम ने यारों से why should enemies be my reason to complain when at the hands of friends, i have suffered pain Share on: