हम ने अव्वल तो कभी उस को पुकारा ही नहीं By Sher << लोग नफ़रत की फ़ज़ाओं में ... तमाम दिन की मशक़्क़त-भरी ... >> हम ने अव्वल तो कभी उस को पुकारा ही नहीं और पुकारा तो पुकारा भी सदाओं के बग़ैर Share on: