हम ने बरसात के मौसम में जो चाही तौबा By Sher << मिरे दाग़-ए-जिगर को फूल क... होवेगी सुब्ह रौशन इक दम म... >> हम ने बरसात के मौसम में जो चाही तौबा अब्र इस ज़ोर से गरजा कि इलाही तौबा Share on: