हम सहल-तलब कौन से फ़रहाद थे लेकिन By Sher << हम शैख़ न लीडर न मुसाहिब ... हम परवरिश-ए-लौह-ओ-क़लम कर... >> हम सहल-तलब कौन से फ़रहाद थे लेकिन अब शहर में तेरे कोई हम सा भी कहाँ है Share on: