हमारा काम तो मौसम का ध्यान करना है By Sher << धारे से कभी कश्ती न हटी औ... कुछ ख़बर होती तो मैं अपनी... >> हमारा काम तो मौसम का ध्यान करना है और उस के बा'द के सब काम शश-जहात के हैं Share on: