हमारे डूबने के बाद उभरेंगे नए तारे By Sher << अब के बसंत आई तो आँखें उज... जिस के पैरों तले ज़मीन नह... >> हमारे डूबने के बाद उभरेंगे नए तारे जबीन-ए-दहर पर छटकेगी अफ़्शाँ हम नहीं होंगे Share on: