हमारी आँखों में बस गया है अजीब पंजाब आँसुओं का By Sher << हमें जब अपना तआ'रुफ़ ... हमारा ज़िंदा रहना और मरना... >> हमारी आँखों में बस गया है अजीब पंजाब आँसुओं का इधर से रावी चला उधर से चनाब तय्यार हो रहा है Share on: