हमें ख़बर थी ज़बाँ खोलते ही क्या होगा By Sher << फूल ही फूल याद आते हैं ऐसी आग फ़लक से बरसेगी इक ... >> हमें ख़बर थी ज़बाँ खोलते ही क्या होगा कहाँ कहाँ मगर आँखों पे हाथ रख लेते Share on: