हर एक रस्ता-ए-पायाब से निकलना है By Sher << आँखों में नूर जिस्म में ब... तुम आ गए हो तुम मुझ को ज़... >> हर एक रस्ता-ए-पायाब से निकलना है सराब-ए-उम्र के हर बाब से निकलना है Share on: