हर लम्हा माँगते हैं दुआ दीद-ए-यार की By Sher << चले आया करो मेरी तरफ़ भी! इक वडेरा कुछ मवेशी ले के ... >> हर लम्हा माँगते हैं दुआ दीद-ए-यार की याद-ए-बुताँ भी दिल में है याद-ए-ख़ुदा के साथ Share on: