वो ब'अद-ए-मुद्दत मिला तो रोने की आरज़ू में By Sher << ऐ ख़ुदा इंसान की तक़्सीम-... उस अजनबी से हाथ मिलाने के... >> वो ब'अद-ए-मुद्दत मिला तो रोने की आरज़ू में निकल के आँखों से गिर पड़े चंद ख़्वाब आगे Share on: