हासिल उस मह-लक़ा की दीद नहीं By Sher << दुनिया तो हम से हाथ मिलान... दर पे नालाँ जो हूँ तो कहत... >> हासिल उस मह-लक़ा की दीद नहीं ईद है और हम को ईद नहीं Share on: